भारतीय परिदृश्य मधुबालाओं और उनकी चर्चा से भरा हुआ है। मधुबाला अंग्रेजी में बार गर्ल है। एक मधुबाला वह भी थी जो आज तक अपने सौंदर्य और अभिनय के लिए जानी जाती है। जिसका दुखांत हुआ..प्रेम की असफलता और तरस का दाम्पत्य उसके हिस्से में रहा । मुगलेआजम की अनारकली ही जैसे उसका पर्याय बन गई।
पांच हिस्सों में विविध मधुबाला-प्रसंग ।
प्रस्तुत है..मधुबाला- चार.
मधुबाला -चार
इसीलिए अस्सी के होकर
देवानंद हैं अठरा के ,
क्योंकि हर नवबाला में वह
पा जाते हैं ‘ मधुबाला ‘।
क्यों हुसैन मकबूल फिदा की
गजगामिनी माधुरी बनी ?
वे भी देख रहे थे उसमें
अगली पिछली ‘मधुबाला ‘ ।
दादामुनि की बनी नायिका
नाथ बने छोटे भैया ,
सबकी नैया भींग भागकर
डुबा गई फिर ‘ मधुबाला ‘।
दादा के कमरे में लटकी
पापा के कमरे में है ,
बच्चों के कमरों में देखी
सबने लटकी ‘ मधुबाला ‘।
कितनी सजी हुई हैं उसके
चित्रों से अध्ययनशाला ,
जैसे विद्या में रस भरती
लटके लटके मधुबाला ।
Monday, December 21, 2009
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Waah...Madhubala,shayad har purushke jeevan ka avibhajya ang lagtee hai!
ReplyDeleteबहुत खूब।
ReplyDeleteसभी टिप्पणिकारों का हार्दिक धन्यवाद!
ReplyDeleteनववर्ष की असंख्य शुभकामनाएं स्वीकारें।